मेहनत करने वालों की सफलता हमेशा कदम चूमती है ये सच कर दिखाया अभिषेक सिंह प्रीति कुमारी व चंदन कुमार ने : मंडल कारा में ड्यूटी कर रहा कक्षपाल (Roomkeeper)अभिषेक सिंह बना उसी विभाग का जेल अधीक्षक(Jail superintendent), सिपाही प्रीति कुमारी व चंदन कुमार बने एसआई |
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने दारोगा (अवर निरीक्षक), परिचारी एवं सहायक अधीक्षक (कारा) के पदों पर के लिए अभ्यर्थियों का अंतिम परिणाम गुरुवार 17 जून को घोषित कर दिया गया है । परिणाम आते ही किसी को खुशी तो किसी को निराशा हाथ लगी। जिसमें कई युवाओं ने कामयाबी हासिल की है। इन्हीं कामयाब लोगों की सूची में एक नाम अभिषेक सिंह का है। जो फिलहाल बांका मंडल कारा में कक्षपाल के तौर पर काम कर रहे हैं. लेकिन अपनी मेहनत से अभिषेक ने अपने नाम के आगे से कक्षपाल हटा दिया है और उसी जेल विभाग में सहायक अधीक्षक के पद के लिए चुने गए हैं. जबकि, इसी जेल की महिला सिपाही प्रीति कुमारी व चंदन कुमार एसआई बने। जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल के तीन सिपाहियों का अधिकारी के पद पर चयनित होना, सचमुच गौरव व प्रेरणा की बात है जेल विभाग में ही कक्षपाल से सीधे जेल अधीक्षक बनने पर मंडल कारा के सुपरिटेडेंट सुजीत कुमार राय ने भी अभिषेक को बधाई दी है। उन्होंने इसे मेहनत का परिणाम बताया है।
जेलर ने कहा कि इससे यह साबित होता है कि कौन कहां किस पद पर जाएगा, कोई नकार नहीं सकता। बस केवल मेहनत व खुद पर भरोसा होना चाहिए। कोई भी मंजिल दूर नहीं है। यह सब तीन होनहारों ने साबित कर दिया।
सहायक अधीक्षक बने अभिषेक कुमार सिंह का मूल घर सिवान जिला के कोरारा है। उनके पिता का नाम अनिल सिंह है। एसआइ बने चंदन पिता ब्रह्मदेव मंडल सुपौल जिला के खापसदानंदपुर गांव के हैं, जबकि, प्रीति कुमारी पिता गोविद मंडल भागलपुर जिला के बंशीपुर गांव के रहने वाली है। सफलता से गदगद जेल अधीक्षक सुजीत कुमार राय ने पूरे जेल में मिठाई बंटवाने की बात कही। साथ ही एक लघु आयोजन कर जेल के सहायक अधीक्षक बने अभिषेक सिंह को फूल माला पहनाकर सम्मानित किया। जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल के तीन सिपाहियों का अधिकारी के पद पर चयनित होना, सचमुच गौरव व प्रेरणा की बात है। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एसके सुमन ने तीनों सफल हुए प्रतिभागियों के संदर्भ में कहा कि मेहनत के बल पर मुकाम हासिल किया। जेल उपाधीक्षक निर्मल कुमार प्रभात ने कहा कि मेहनत करने वालों की सफलता हमेशा कदम चूमती है।